mouse ( जानिए माउस के बारे में )
माउस (Know about the mouse)
माउस (Mouse) : माउस
एक इनपुट
डिवाइस है।
डगलस सी
इंजेल्वरर्ट ने
1977 में इसका
आविष्कार किया
था। इसमें
लेफ्ट बटन,
राइट बटन
और बीच
में एक
स्क्रौल व्हील
होता है।
माउस के
उपयोग करने
से हमें
की-बोर्ड
के किसी
बटन को
याद रखने
की आवश्यकता
नहीं होती
है, बस
माउस के
प्वाइंटर (Pointer) को
स्क्रीन पर
किसी नियत
स्थान पर
क्लिक करना
होता है।
इसे प्वाइंनटिंग
डिवाइस भी
कहते हैं।
माउस दो
बटन, तीन
बटन तथा
ऑप्टिकल भी
होते हैं
। माउस
के नीचे
एक रबर
बॉल होता
है, जो
माउस को
सतह पर
हिलाने में
मदद करता
है। बॉल
के घुमाने
से स्क्रीन
पर माउस
प्वाइंटर के
दिशा में
परिवर्तन होता
है। माउस
के नीचे
रखे स्लेट
के आकार
की वस्तु
को माउस
पैड कहते
हैं।
माउस के
मुख्यतः चार
कार्य हैं
क्लिक या
लेफ्ट क्लिक
(Click or left click) : लेफ्ट माउस
बटन को
एक बार
दबाकर छोड़ने
पर यह
एक आवाज
(Clicking Sound) देता है
तथा स्क्रीन
पर किसी
एक object का
चयन (Select) करता
है। जैसे
माई कम्प्यूटर
(My Computer Icon) पर लेफ्ट
बटन क्लिक
करने से
इसका रंग
नीला हो
जाता है
मतलब इसका
चयन (Selected) हो
गया है।
इस बटन
का उपयोग
सामान्यतया OK के
लिए किया
जाता है।
डबल क्लिक
(Double click) : लेफ्ट माउस
बटन को
जल्दी-जल्दी
दो बार
दबा कर
छोड़ने को
डबल क्लिक
कहते हैं।
इसका उपयोग
किसी फाइल,
डाक्यूमेंट या
प्रोग्राम को
खोलने (Open) के
लिए होता
है।
राइट क्लिक
(Right click):राइट माउस
बटन को
एक बार
दबा कर
छोड़ने पर
यह स्क्रीन
पर आदेशों
(Commands) की एक
सची (list) देता
है। यह
ऑब्जेक्ट की
प्रोपर्टीज का
एक्सेस करने
में उपयुक्त
होता है।
ड्रैग और
ड्रॉप (Drag and Drop) : इसका
उपयोग किसी
चीज (Item) को
स्क्रीन पर
एक जगह
से दूसरी
जगह ले
जाने के
लिए होता
है। स्क्रीन
के किसी
एक Item के
ऊपर प्वाई
को ले
जाकर लेफ्ट
माउस बटन
को दबाये
हुए स्क्रीन
पर किसी
दूसरी जगह
ले जाकर
छोड़ हैं।
जिसके फलस्वरूप
वह Item दूसरी
जगह स्थानांतरित
हो जाता
है। इस
क्रिया को
ड्रैग और ड्रॉप
कहते हैं।


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